ब्योंक
 
बसास्य्त
 
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!!!......ईस्स बैबसैट पै जड़ै-किते भी "हरियाणा" अर्फ का ज्यक्र होया सै, ओ आज आळे हरियाणे की गेल-गेल द्यल्ली, प्यश्चमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड अर उत्तरी राजस्थान की हेर दर्शावै सै| अक क्यूँ, अक न्यूँ पराणा अर न्यग्र हरियाणा इस साबती हेर नैं म्यला कें बण्या करदा, जिसके अक अंग्रेज्जाँ नैं सन्न १८५७ म्ह होए अज़ादी के ब्य्द्रोह पाछै ब्योपार अर राजनीति मंशाओं के चल्दे टुकड़े कर पड़ोसी रयास्तां म्ह म्यला दिए थे|......!!!
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न्यडाणा की बसास्य्त अर बासिन्दे

धर्म अर जाति:


हिंदुस्तान के जातीय ढाँचे के हसाब तैं गाम म्ह १५ जाति सें. गाम की जनसंख्या के हसाब तैं चार बड्डी जाति जाट, बाह्मण, कबीरपंथी अर रविदासी सें जो गाम की कुल अबादी का ८०% सें| जातिगत जनसंख्या खात्तर बरोबर आली तालिका म्ह देखिये|


कूण-कूण गणये गए सें:

  • आज के द्यन गाम म्ह बसण आळए

  • गाम म्ह प्ळए अर बड़े होए

  • जिसके माता-पिता न्यडाणे के सें

  • जो गाम तैं बाहर रह सें पर बोट आज भी गाम म्ह सै

महिला-पुरुष अनुपात: हमारे विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, गाँव की वर्तमान जनसँख्या कुल ४२५० है जिसमे २३५५ पुरुष और १९०५ महिलायें हैं|


वोटर सूची: निडाना - विधानसभा जुलाना (34), जिला जींद, हरियाणा| गाँव के तीन मतदान केंद्रों पर वितरित कुल वोट 3070, की सूची इस प्रकार है:

मतदान केंद्र संख्या 53 हवाला-2 - कुल मत 1344 - पूरी सूची के लिए यहां क्लिक करें

मतदान केंद्र संख्या 54 हवाला-2 - कुल मत 620 - पूरी सूची के लिए यहां क्लिक करें

मतदान केंद्र संख्या 55 हवाला-2 - कुल मत 1110 - पूरी सूची के लिए यहां क्लिक करें

गाम के बासिन्द्यां का जातिगत सांख्यक वितरण
जाति
गोत्र
श्रेणी
जनसँख्या
जाट
मलिक *
सामान्य
2250
बाह्मण
भारद्वाज *
सामान्य
720
हरिजन - कबीरपंथी
एस सी - बी 
350
हरिजन - रविदासी  
रंगा *, सरोहा, गोरैया
एस सी - ए
350
एह्ड़ी
नायक-राजपूत
बी सी
80
बनिया 
गर्ग *
सामान्य
50
नाई
बी सी
30
छिम्बी
बी सी
35
खात्ती
बी सी
45
सुनार
सामान्य
40
तेली
बी सी
20
झिम्मर
बी सी
20
डूम
एस सी
140
कुम्हार
बी सी
80
लुहार
बी सी
20
कुल
4260
* = खेड़े का गोत्र



व्यरासत-प्रवासी:


इस ह्य्स्से म्ह गाम के कुण्से-कुण्से बासिन्दे रोजी-रोटी अर रोजगार की खात्तर कद-कद अर कित-कित गाम तैं ब्य्हार बसे अर कूण-कूण गाम आ कें बसे, उस बारे म बताया गया सै:

How the village of लल्लत खेड़ा came into existence: In order to reduce the increasing population pressure from big villages; in the year of 1868, the then emperor of Jind Empire called the people from villages of Nidana, Ludhana and Bhadtana to establish a new small habitant on land piece of Nidana village fields. As a result the land of older Nidana was divided between Nidana and Lalit Kheda. Right side is the image of the then Maharaja Raghuvir Singh of Jind.

Current Lalit Kheda: After few years of establishment of Lalit Kheda, the habitants from Ludhana and Bhadtana returned back to their respective villages. Now Lalit Kheda is wholly comprised of Nidana ancestor’s descendents. Village is situated in north-eastern landscapes of older Nidana, now known as the village of Lalit Kheda.
जींद रियासत के महाराजा रघुवीर सिंह


न्यडाणी: The ancestors of Malik Jat gotra habitants of this village hailed from Nidana. The full or a part of Malik gotra is yet to confirm.


देश शहर के प्रवासी: Baniyas, who have totally migrated from the village under the changing perspectives of business priorities. Most of them except a few have sold their properties and are now settled in various Indian cities. Other than Baniyas, there are many families who either due to government, corporate and/or IT job and business perspectives have spread and settled in different cities across India. (A complete list is to be made soon).



विदेश प्रवासी:


There are around 16-18 youngsters of the village who have migrated to Australia, Canada, France and USA. Exact number is yet to confirm.


पाक्स्तानी शरणार्थी: During the time of partition of India, there were few Punjabi Pakistani families who were rehabilitated in the village. They are still in village or fully migrated further to be confirmed.


दूसरे सूबों तैं आ कें बसण आळए बासिन्दे: In the search of labor work and good livelihood, village sees a seasonal as well as permanent base move-in of people from other sister states like Bihaar, Uttar Pradesh, and West Bengal and sometimes from Nepal. An average figure is yet to confirm.


ब्य्शेष: More points and info will be added with time.


जय दादा नगर खेड़ा बड़ा बीर  


लेखक्क: पी. के. म्यलक

छाप: न्यडाणा हाइट्स

तारय्ख: 19/04/2012

छाप्पणिया: न्य. हा. शो. प.

ह्वाल्ला:
  • न्य. हा. सलाहकार मंडळी

  • चीफ इलेक्शन अफसर, हरयाणा - वैबसाइट

आग्गै-बांडो
 
न्यडाणा खेत-कीट पाठशाळा

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“बेटियां नै लीड द्यो"
कन्या-भ्रूण हत्या ख़त्म हो!
छोरी के जन्म नै गले तैं तले ना तारणियां नै, आपणे छोरे खात्तर बहु की लालसा भी छोड़ देनी चहिये| बदेशी लुटेरे जा लिए, इब टेम आग्या अक आपनी औरतां खात्तर आपणे वैदिक युग का जमाना हट कै तार ल्याण का| - NH
 
“बदलाव नै मत थाम्मो"
समाजिक चर्चा चाल्दी रहवे!
बख्त गेल चल्लण तैं अर बदलाव गेल ढळण तैं ए पच्छोके जिन्दे रह्या करें| - NH
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