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Book/Article |
Author |
Abstract/Brief |
Book |
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HARYANA’S KHAP PANCHAYATS - Understanding their Gotra row |
Shri. K.C. Yadav |
The Haryana villages have always been, what Sir George Campbell, an authority on the subject, aptly calls, ‘tributory republics’ throughout their long history. |
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Untold story of Ch. Ranbir Singh Hooda |
Hawa Singh Sangwan, Ex. Commandant. |
A short story about the sole member in the 389 member committee for formation of Consititution of India. |
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How Gathwala Jats got the title “Malik” |
History of Haryana by K.C. Yadav |
The great JATS WHO FOUGHT AGAINST ALEXANDER; GATHWAAL the important clan or gotra of Jats now switched over to the name "MALIK". |
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जाट बनाम मीडिया (36) |
हवासिंह सांगवान, पूर्व कमांडैन्ट सी.आर.पी.एफ |
मीडिया प्रचार का सशक्त माध्यम रहा है चाहे कोई भी समय या काल हो । समय के साथ-साथ इसका स्वरूप भी बदल रहा है। |
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जाट कौम में गौत्र विवाद जायज या नाजायज? |
रवि मलिक |
भारत वर्ष की विशेष पहचान सांस्कृतिक विभिन्नता से है। देश के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न समाज हैं जिनकी सामाजिक परम्पराएं और संस्कृतियों में पूर्णतया: विभिन्नता है। |
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जाट इतिहास |
ठाकुर देशराज |
भारत में आने वाले आर्य एक ही समय में तथा एक ही मार्ग से आते हों, ऐसी बात नहीं है। वे भारत में कई वार में आये1 । भाषाविज्ञान के विद्वानों का कथन है कि, ‘वर्तमान भारतीय आर्य-भाषाओं से पता चलता है कि आर्य लोग भारत में अधिक नहीं तो दो बार में अवश्य आये होंगे।’ |
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चौ. छोटूराम का हत्यारा कौन? |
हवासिंह सांगवान, पूर्व कमांडैन्ट सी.आर.पी.एफ |
चौ० खिज़र हयात खां टिवाना (प्रीमियर संयुक्त पंजाब) को समर्पित जिन्होंने सारी उम्र चौ० छोटूराम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संयुक्त पंजाब में हिन्दू-सिख-मुस्लिम जाट कौम की एकता के लिए संघर्ष किया । |
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असली लुटेरे कौन? |
हवासिंह सांगवान, पूर्व कमांडैन्ट सी.आर.पी.एफ |
एन.सी.ई.आर.टी. अर्थात् नेशनल कोंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एण्ड ट्रनिंग, जो केन्द्र सरकार के अधीन पूरे देश में शिक्षा की एक जिम्मेवार संस्था है, जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। यही संस्था सारे देश में केन्द्रीय विद्यालयों के लिए पाठ्यक्रम तैयार करती है। छठी कक्षा की इतिहास की पुस्तक तथा 10+2 कक्षा की इतिहास की पुस्तक में जाट जाति को डाकू व लुटेरा लिखा गया है। इन लेखकों से मेरे कुछ निम्नलिखत प्रश्न हैं कि -
i) प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सन् 1857 में अम्बाला व मेरठ आदि अंग्रेजी सैनिक छावनियों के शस्त्रगृहों से हथियार व गोला बारूद लूटने वाले क्रान्तिकारी क्या डाकू व लुटेरे थे?
ii) 9 अगस्त सन् 1925 को हरदोई से लखनऊ जाने वाली 6 डाउन यात्री रेलगाड़ी से काकोरी रेलवे स्टेशन पर इस गाड़ी में लदा अंग्रेजों का खजाना लूटनेवाले रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाकउल्ला, राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी, रोशनसिंह व मन्मथनाथ गुप्त आदि क्या डाकू व लुटेरे थे?
iii) देश की आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के अधीन पुलिस से हथियार व गोला बारुद लूटनेवाले सरदार अमर शहीद भगतसिंह संधु के साथी सरदार करतारसिंह ग्रेवाल व सरदार बन्तासिंह आदि क्या डाकू व लुटेरे थे? |
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Hindu Hero of Haryana - Gokula Singh Jat |
Haryana Watch |
Gokula (Hindi: गोकुला) or Gokul Singh (Hindi: गोकुल सिंह) (died 1670 AD) was a Jat chieftain of Tilpat in Haryana. Hindus of today need to remember and honor such heroes without whom our religion and culture would not have survived. |
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वीरभूमि हरियाणा |
श्री आचार्य भगवान् देव |
हरयाणा क्षेत्र के इतिहास को ठीक रूप से लिखने के संबन्ध में यह सर्व प्रथम प्रयास किया गया है। यह पुस्तक तो हरयाणा के विस्तृत इतिहास की पहिली झांकी है, कड़ी है, भूमिका है । पाठक महानुभावों को इस के पढ़ने से पता चलेगा, कि जो कुछ प्रस्तावना में लिखा गया है, वह इस पुस्तक के लाभ के एक अंश का ही द्योतक है। |
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100 facts about Jats |
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More material and links will be added with the development of new content and references.