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निडाना हाइट्स सामाजिक एवं सांस्कृतिक अनुसंधानशाला (एन.एच.एस.सी.आर.इ-एल.)

निडाना हाइट्स प्रकाशन नीति:

लेख, रिसर्च पेपर्स और श्वेत पत्र का प्रकाशन: एन.एच.एस.सी.आर.इ-एल. सभी के लिए एक खुला ई - प्रकाशन हाउस है, जो लेख के रूप में आपके विचार, राय, शोध पत्र और सफेद पत्र, जो निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करते हों, आमंत्रित करता है:

Note: Hindi translation of the publication policy is yet to come, until then please refer to English Version of it by clicking here: NHRel Publication Policy



जय दादा नगर खेड़ा बड़ा बीर  


अनुरोधकर्ता: निडाना हाइट्स

प्रकाशक: नि. हा. शो. प.

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नि. हा. - बैनर एवं संदेश
“दहेज़ ना लें”
यह लिंग असमानता क्यों?
मानव सब्जी और पशु से लेकर रोज-मर्रा की वस्तु भी एक हाथ ले एक हाथ दे के नियम से लेता-देता है फिर शादियों में यह एक तरफ़ा क्यों और वो भी दोहरा, बेटी वाला बेटी भी दे और दहेज़ भी? आइये इस पुरुष प्रधानता और नारी भेदभाव को तिलांजली दें| - NH
 
“लाडो को लीड दें”
कन्या-भ्रूण हत्या ख़त्म हो!
कन्या के जन्म को नहीं स्वीकारने वाले को अपने पुत्र के लिए दुल्हन की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए| आक्रान्ता जा चुके हैं, आइये! अपनी औरतों के लिए अपने वैदिक काल का स्वर्णिम युग वापिस लायें| - NH
 
“परिवर्तन चला-चले”
चर्चा का चलन चलता रहे!
समय के साथ चलने और परिवर्तन के अनुरूप ढलने से ही सभ्यताएं कायम रहती हैं - NH
© निडाना हाइट्स २०१२-१९