साभार आभार और समर्पण: निडाना हाइट्स स्तुति करती है महाकाल और परमात्मा के उन रहनुमाओं की जिन्होनें हरयाणवी संस्कृति को शब्द और स्वरबद्ध किया| जिनमें मुख्यत: नाम आते हैं फौजी दादा जाट मेहर सिंह दहिया जी बरोणा वाले, दादा लख्मीचंद जी जानकी वाले, उनके गुरु दादा दीपचंद ब्राह्मण जी, दादा पंडित मांगेराम जी, दादा चन्द्रबादी जी, दादा धनपत डूम निन्दानिया जी, दादा भगत भाजे नाई जी सिसाणा वाले, दादा दयाचंद मैना जी, दादा खेमचंद (खीमा) जी बखेता वाले, और दादा मान सिंह|
और हमारी वेबसाइट का यह भाग समर्पित है उन सब गायकों और संगीतकारों को जिन्होनें उपरलिखित दादाओं की रचनाओं को सुर और लय देने में अपने जीवन अर्पण किये और हरयाणवी संगीत को देदीप्यमान ऊंचाईयां दी|
Motive: Solely to facilitate the local youth with music of root culture; and it is purely a non-profit, non-commercial listen to only purpose.
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