कृषि
 
कृषि पाठशाला २०१२
agriculturehr-flora.html
Agriculture.html
!!!......अगर आपने आज खाना खाया, तो देश के किसान का धन्यवाद जरूर करें|......जो अपनी ऐतिहासिक जड़ों व् संस्कृति को नहीं जानते, उनकी सामाजिक पहचान एक बिना पते की चिठ्ठी जैसी होती है; ऐसे लोग सांस्कृतिक रूप से दूसरों की दार्शनिकता के गुलाम होते हैं| यह एक ऐसी संस्कृति को समर्पित वेबसाइट है जो "हरियाणव" के नाम से जानी जाती है.......!!!
आप यहाँ हैं: दहलीज > कृषि > किसान खेत पाठशाला 2012
डॉक्टर सुरेन्द्र दलाल कृषि-अर्थ सोधशाला

निडाना किसान खेत पाठशाला सत्र - २०१२

NH Case Study - 7: खाप खेत-कीट महिला किसान पाठशाला निडाना-ललित खेड़ा

24 जून से 23 अक्तूबर 2012 तक खाप-पंचायतों की निगरानी चल रही इस पाठशाला में कीटनाशकों रहित खेती कैसे हो उसपे शोध चल रहा है| इस पाठशाला की ताजा उप्ल्धियाँ आप यहाँ सविस्तार पढ़ सकते हैं| पांच साल से चली आ रही इस कार्यशाला की किर्तियाँ और ख्यातियां जग-प्रसिद्ध हो वैज्ञानिक जगत से ले किसान जगत दोनों के बीच ऐसा अनूठा ताल-मेल बिठा रही हैं कि इस बार इनकी ख्याति खाप-पंचायतों को भी इनसे दूर नहीं रख पाई| समय-समय पर हो रहे शोधों और कार्यों को जानने हेतु इस पृष्ठ पर शोध-पत्र व् अन्य सामग्री डाली जाती रहेगी|


Co-ordinator of the Workshop: Sh. Kuldeep Singh Dhanda, President Barah Khap in district Jind

Workshop Leader: Doctor Surender Dalal, A. D. O. - Agriculture Department Haryana

Key Organizers and Participants: Farmers of Nidana and Lalit Kheda villages and Agricultural Department of Haryana

Guest. Visits from various Khaps: Heads/Representatives of Gathwala Khap, Punia Khap, Binain Khap, Satrol Khap, Samain Khap and more 20 other Khaps.

Guest. Visits of Govt Reps and Scientists: Dr. Devinder Sharma, famous Food Policy Analyst, 2 day on field visit by Team of 40 farmers and Punjab Agriculture Department reps.



विभिन्न मीडिया कवरेज


क्र.
मीडिया
लेख/कहानी/किस्सा
दिनांक
दस्तावेज प्रकार
महीना
1
Dainik Jagran
18/09/12
   
11/07/12
01/07/12
07/06/12
2
Aaj Samaaj
   
September
August
July
June
3
Punjab Keshri
17/10/12
October
September
June
29/08/12
21/08/12
08/08/12
07/08/12
19/07/12
11/07/12
26/06/12
4
Hari Bhoomi
21/08/12
October
September
15/08/12
August
19/07/12
June
5
कलम के सिपाही
25/10/12
   
23/10/12
20/10/12
17/10/12
11/10/12
09/10/12
02/10/12
27/09/12
12/09/12
30/08/12
30/08/12
27/08/12
22/08/12
16/08/12
16/08/12
13/08/12
08/08/12
08/08/12
05/08/12
03/08/12
01/08/12
28/07/12
01/07/12
6
Dainik Bhaskar
19/07/12
September
11/07/12
August
04/07/12
June
7
Times of India
31/07/12
   
8
The Tribune
24/08/12
   
9
Amar Ujala
18/09/12
September
30/08/12
10
Hindustan Times
Fighting Pests without Pesticides
September
11
Deccan Herald
11/09/12
September
12
Ground Reality
14/09/12
   


विशेष: वक्त के साथ कृषि पाठशाला के सारे कार्यक्रम, खोज और निष्कर्ष डाले जाते रहेंगे, प्रयोगशाला और उनके अनुसन्धान की ताजा जानकारी के लिए इस पृष्ट पर आते रहिये|

जय दादा नगर खेड़ा बड़ा बीर




प्रकाशन सामग्री एवं जानकारी: नरेंद्र कुंडू

प्रकाशन: निडाना हाइट्स

प्रथम संस्करण: 07/05/2012

प्रकाशक: नि. हा. शो. प.

उद्धरण:
  • नि. हा. सलाहकार मंडल

साझा-कीजिये
 
स्थानीय मौसम का पूर्वानुमान

जानकारी पट्टल - कृषि
कृषि जानकारी पत्र आपको कृषि और जमीन से सम्बंधित वेबसाइटें उपलब्ध करवाने हेतु है| NH नियम और शर्ते लागू|
कृषि संबंधी मुख्य लिंक्स
कीटनाशकों से मुक्ति के लिए अपने कीटों
को जानिए और परखिये
इस श्रृंखला में आप डॉक्टर सुरेन्द्र दलाल द्वारा और उनके मार्गदर्शन में बारह गाँव के किसानों की पिछले पांच साल से निडाना गाँव में चल रही कृषि-प्रयोगशाला एवं अन्य स्तरों पर किये गए फसल कीटों के शोध सम्बन्धी पत्र और ब्लॉग के कीड़ा-दर-कीड़ा (एक-एक कीड़ा) के बारे सविस्तार पढ़ सकते हैं| इस श्रृंखला की ख़ास बात यह है कि इसमें आप कपास के कीटों के साथ-साथ अन्य फसलों जैसे गन्ना, जीरी और बाजरा में पाए जाने-वालों मित्र व् दुश्मन कीटों पर भी पढ़ सकते हैं|
फसल के कीटों का व्यक्तिगत ब्यौरा
खाप खेत कीट महिला किसान पाठशाला २०१२ के पल भाग-१, ५१ फोटो (भाग-२ "वनस्पति व् जीव" पृष्ठ पर)
नि. हा. - बैनर एवं संदेश
“दहेज़ ना लें”
यह लिंग असमानता क्यों?
मानव सब्जी और पशु से लेकर रोज-मर्रा की वस्तु भी एक हाथ ले एक हाथ दे के नियम से लेता-देता है फिर शादियों में यह एक तरफ़ा क्यों और वो भी दोहरा, बेटी वाला बेटी भी दे और दहेज़ भी? आइये इस पुरुष प्रधानता और नारी भेदभाव को तिलांजली दें| - NH
 
“लाडो को लीड दें”
कन्या-भ्रूण हत्या ख़त्म हो!
कन्या के जन्म को नहीं स्वीकारने वाले को अपने पुत्र के लिए दुल्हन की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए| आक्रान्ता जा चुके हैं, आइये! अपनी औरतों के लिए अपने वैदिक काल का स्वर्णिम युग वापिस लायें| - NH
 
“परिवर्तन चला-चले”
चर्चा का चलन चलता रहे!
समय के साथ चलने और परिवर्तन के अनुरूप ढलने से ही सभ्यताएं कायम रहती हैं| - NH
© निडाना हाइट्स २०१२-१९