दाद्दा नगर खेड़ा:
हरियाणा अर खापलैंड म्ह जित भी जय्ब भी कोई गाम पहली-पल्हाड़ बसाया जाया करै तो उसकी नीम का पत्थर धरया जाया करै जिसनें अक गाम का "दाद्दा नगर खेड़ा" बोल्या करें| दाद्दा नगर खेड़ा पै विस्तार तैं जाणन ताहीं इस लिंक पै क्लिक करकें पढ़ें|
तळै इस लेख म्ह न्यडाणा नगरी के खड़े तैं संबंधित भौगोल्यक, संदर्भ अर उपरली मोटळी बातां का ब्यौरा सै, जो अक गाम की पहली झलक समझण खातर जरूरी सैं |
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गाम सबतैं बड्डा धाम श्री दाद्दा नगर खेड़ा |
धरती पै ठ्यकाणा:
ढूंग-ठ्योड़: न्यडाणा गाम, भारत-धरती के गंगा-जमना के तराई आले मदान के हरयाणा सूबे म्ह जींद ज्य्ले के दक्षिण-पूर्वी देहाती आँचल म्ह जींद-सोनीपत राजमार्ग संख्या-10 पै 700 मिट्टर भीतर दक्षिण कान्नै बस रह्या सै| म्हारा गाम, जींद ज्य्ले के मुख्यालय तैं पूर्व क्यान 14 किलोमीटर अर गोहाणे (सोनीपत) कै पश्चम म्ह 29 किलोमीटर दूर बस्स रह्या सै| 700 मिट्टर की जौड़ सड़क, जींद-सोनीपत राजमार्ग नै गाम की फिरणी के उत्तरी छोर तैं जोडै सै| फेर फिरणी अर गाम की केशुड़ा गाळ, एक-दुसरे तैं 17 जौड़ गालाँ तैं न्यारी-न्यारी दिशाओं पै जुड़ र्ही सै| भगौलिक मापदंड पै म्हारा ज्य्ल्या जींद २९.३२ ° उत्तर म्ह अर ७६.३२° पूर्व म्ह सै अर समंदर ताल तैं इसकी धरातल उंचाई २७७ मिट्टर यानी ७४४ फुट सै|
गुवांड: उत्तर-पूर्व म्ह ललित खेड़ा अर भिड्ताना, उत्तर म्ह चाबरी, उत्तर-पश्चिम म्ह खरक-रामजी, पश्चिम म्ह निडानी अर पडाना, दक्षिण म्ह ढिगाना, दक्षिण-पूर्व म्ह भैरों खेड़ा अर पूर्व म्ह लुदाना|
समूं: म्हारा गाम भोहत घणा मौसम पसंदीदा सै, याड़े बसंत-गर्मी-बरसात अर जाडयाँ का समूं-चक्र आई बर आपणी छटा बिखेरै सै अर गाम नै आपणी लुभावणी पकृति तैं मोह ले सै| ऊँ तै गाम का रहाय्सी अलाका एक दड़े पै बस्स रह्या सै पर गाम के खेत, गुह्वांड अर आसपास लाग्दे गामाँ तैं सबतें ढुंगी-तळहटी म्ह होण कै कारण जद भी बाढ़ आवे तो म्हारे खेताँ म्ह उसकी मार घणी अर लाम्बे बख्त ताहीं रह ज्या सै| बाददू जानकारी तान्ही "खेती-बाड़ी" आळए ह्य्स्से पै पढ़िए| |
गूग्गल इ-चित्र पै न्य्शान्देही
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संस्थागत संदर्भ:
संवैधानिक परिदर्श: न्यडाणा, हरयाणा सूबे की बिधानसभा के जुलाणा अर भारतीय संसद के सोनीपत निर्वाचन क्षेत्र म्ह पड़े सै| जींद म्हारे गाम का उप मंडल केंद्र अर ज्ल्या मुख्यालय अर हय्स्सार खंड मुख्यालय सें| जींद म्ह गाम की ज्ल्या कचेह्डी, चंडीगढ़ म्ह हाई-कोर्ट अर द्य्ल्ली म्ह न्या का सबतें बड्डा मंदर सुप्रीम कोर्ट सें| इस्स पै और घणा पढ़न तान्ही "पंच्यात अर प्र्सास्न्न" पै पढ़ें|
पेशेवर संदर्भ: न्यडाणा गाम के कारोबारी रस्त्यां म्ह, कोए "नौक्कर-माल्य्क" झिह्सा फन्डा नाह सै! जै मेरे घर पै कोए नौक्कर काम करदा हो कै इसका उल्टा हो, दोंनू शूरतां म्ह योह "सीरी-साज्झी" का रस्त्या हो सै "नौक्कर-माल्य्क" का नहीं| "सीरी-साज्झी" होण का मतलब हो सै रोज-मर्राह की जन्दगी म्ह खाणे तैं ले कै खेती करण तान्ही हर सुख-दुःख के साथ्थी| हालांके यो हे म्हारे गाम का कारोबारी रस्त्यां का मानक सै पर फेर भी किसने बेरा लाग्गे सै, अपवाद तै क्रया कित मिल ज्यां नाह तै धरती तैं कोर्ट, पंचाय्त अर थाणे ए ना उठ ज्यांगे! इस मुद्दे पै खुल्ल कें "खेती" आल़े हिस्से म्ह पढ़िए|
समाजिक संदर्भ: धार्मिक अर जातीय स्तर की समाजिक मान्ताओं तैं न्यारा, इह्स्सा कोए मापदंड न्यडाणे के ब्योहार अर मांता म्ह नहीं सै जो किसे एक खानदान की कै एक वरयास्त की कै किसे राजा/अम्मा -बिचारी गरीब जनता जिसा रय्स्ता/शास्सन/ताक्कत कै इस्सा कोए और तंत्र जो रोजमर्रा की जन्दगी म्ह किसे भी माध्यम तै देख्या गया हो| अर गाम के समाजिक तंत्र म्ह इस्सी कोई सार्वजनिक मानता नाः सै जिसके तहत किसी को छोट्टा महसूस कराणा या जाति-पाति के अंतर्गत ब्योहार करण की कही गई हो| गाम म्ह रय्स्ते ढूंग अर जाति तंत्र के आधार पै बणे सें| ज्युकर थामे एक ढूंग के तहत चाचा लागो सो तो थारी ढूंग म्ह थारे को चाचा के हसाब तैं अर दूसरी दूँगा म्ह भी इसी तरीके तैं पुकारया जा सै| जाति म्ह भी यु ही तंत्र चाल्ले सै पर जरूरी नहीं अक एक ढूंग म्ह थामे चाचा सो तो दूसरी म्ह थामे दादा कै भतीजा भी कहे जा सको सो, सब निर्भर सै अक थाह्मे पीढ़ी-म्ह छोट्टे-पड़ो सो अक बड्डे| गाम की हर ज्यात-धर्म की छोरी गाम की सार्वजनिक मांता के तहत गाम की बेटी मांनी जा सै, सो आपणी बेटी के मान की रक्षा करणा गाम के हर बासिन्दे की नैतित्कता सै |
गाम के मोड़:
सामुदायिक मोड़ - परस (चौपाल) सांझे-डेरे: परस गाम की पंच्यातां, रेलियाँ, चाण-चक दे सी अंजाण बाट-चालणियां की धर्मशाळआ, जणेत, आंगण-बाड़ी अर प्रोढ़-शक्स्या केन्द्रां के कामां म ल्याई जा सें| सांगी-भजनी अर भाठ आपणे नाटक-नौटंकी दिखाण तान्ही इन परसां म ए रंगभूमि सजाया करें| गाम की न्यारी-न्यारी कूणां म तळए बताई गई पांच परस सें:
मैदान आळी परस |
द्क्सण-ब्च्याले आळी परस |
पस्छ्म ढूंग आळी परस |
नई परस |
सरकारी परस |
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गाम ब्य्चाळए सदर गाळ पै, गाम की सबतैं बड्डी अर पराणी परस| |
गाम की दूजी सबतैं पराणी, हरिजन-स्वर्ण बस्सास्त के ब्च्याले, हरिजनां आळी परस के नाम तैं जाणी जा सै गाम म्ह| |
गाम की हरिजनों आळी बस्ती के ब्चाय्ले, गाम की तीसरी सबतैं पराणी परस| |
परस गाम की उत्तर-पस्छ्म ढूंग म्ह सै| |
गाम की उत्तरी फरणी पै बणी सै| इसने बाह्मणों आळी परस भी कह्य करें सै| |
गाम के धार्मिक मोड़: गाम म दो ढाळ की धार्मिक-मानता सें- एक साझळइ अर दूजी ढूंगळइ
- सर्व-सम्मत: दादा नगर खेड़ा, देवी माई अर आर्य समाज
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सामूहिक: दादा सत् सही निरंकार (दादा रामजी), दादी चोरदे, गूगा पीर, सय्यद, कबीरपंथियों की देवी अर कई अन्य
इनपै भतेरी जनकारी खात्तर "संस्क्रती" आले पन्ने पै पढ़ें|
गाम के शैक्षणिक मोड़: गाम म पांच ब्धाले सें, दो सरकारी अर तीन खस्मान्ने| घनी जनकारी बाबत "तामझाम" आळए पन्ने पै पढ़ें|
गाम के प्रकृतिक मोड़: गाम म चोखी बनस्पति, डांगर-ढोर अर कुदरती संसाधन सें, इनपै घनी जनकारी बाबत 'खेती-बाड़ी' आळए पन्ने पै पढ़ें|
ध्यान म लेण की: और भी बिंदु बख्त की गैल जोड़े जांगे| थारे तैं भी प्रार्थना सै के म्हारे इस हरयाणव की एक ढाल के अभिलेखन म्ह म्हारी मदद करें, थारे नाम को थारे सहयोग कै गैल द्खाय्या जावैगा|
जय दादा नगर खेड़ा बड़ा बीर
लेखक्क: पी. के. म्यलक
छाप: न्यडाणा हाइट्स
तारय्ख: 19/04/2012
छाप्पणिया: न्य. हा. शो. प.
ह्वाल्ला:
- न्य. हा. सलाहकार मंडळी
- गूगल मानचित्र सेवा
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