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डॉक्टर सुरेन्द्र दलाल कृषि-अर्थ सोधशाला
निडाना किसान खेत पाठशाला सत्र - २०१४ - "कीटावली" |
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निडाना के कीटाचार्यों व् कीटाचार्याओं की अथक मेहनत को "कीटावली" के रूप में पिरोया जा रहा है| अबकी बार की खेत-किसान पाठशाला/सोधशाला की यह अनूठी नई परिपाटी है, जिसको लयबद्ध कर रहे हैं इस सोधशाला से इसके जन्म से आज तक जुड़े जींद जिले के मसहूर पत्रकार 'नरेंद्र कुंडू'। उन्होंने इस सोधशाला के कीटाचार्यों के साथ मिलकर कीटों पर जो 'कीटावली' बनाने का कार्य शुरू किया है, प्रस्तुत है उसी की एक झलक| यह ऐसा अनूठा कार्य है जो कि पूर्णत: वैज्ञानिक व् तकनीकी तरीके से किया जा रहा है| |
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जय दादा नगर खेड़ा बड़ा बीर
लेखन व् फोटो: नरेंद्र कुंडू
प्रकाशन: निडाना हाइट्स
प्रथम संस्करण: 25/08/2014
प्रकाशक: नि. हा. शो. प.
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नि. हा. - बैनर एवं संदेश |
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“दहेज़ ना लें” |
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यह लिंग असमानता क्यों? |
मानव सब्जी और पशु से लेकर रोज-मर्रा की वस्तु भी एक हाथ ले एक हाथ दे के नियम से लेता-देता है फिर शादियों में यह एक तरफ़ा क्यों और वो भी दोहरा, बेटी वाला बेटी भी दे और दहेज़ भी? आइये इस पुरुष प्रधानता और नारी भेदभाव को तिलांजली दें| - NH |
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“लाडो को लीड दें” |
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कन्या-भ्रूण हत्या ख़त्म हो! |
कन्या के जन्म को नहीं स्वीकारने वाले को अपने पुत्र के लिए दुल्हन की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए| आक्रान्ता जा चुके हैं, आइये! अपनी औरतों के लिए अपने वैदिक काल का स्वर्णिम युग वापिस लायें| - NH |
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“परिवर्तन चला-चले” |
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चर्चा का चलन चलता रहे! |
समय के साथ चलने और परिवर्तन के अनुरूप ढलने से ही सभ्यताएं कायम रहती हैं| - NH |
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